Don't Judge Anyone
नमस्कार दोस्तों
मै
पासी मेरे नए ब्लॉग और मेरी नई कहानी में आपका स्वागत है। आज मै आपके लिए
एक ऐसी कहानी लेकर आया हूं जिसे पढ़ने के बाद कभी भी किसी से कोई उम्मीद
नहीं रखोगे। या अपने काम को किसी और के सहारे नहीं करोगे। चलिए बिना देर
करते हुए कहानी को शुरु करते है।
Don't Judge Anyone
एक बार बात है। एक बस तीर्थ यात्रियों की बस दर्शन करके वापस आ रही थी। अचानक से मौसम खराब होगया। तूफान चलने लगा, तेज़ बारिश होने लगी। बिजली चमकने लगी। एक बार हुआ की बस के पास आकर के बिजली गिर गयी। बस का ड्राइवर घबरा गया! उसने बस रोक दी। और कहने लगा की हममें से कोई ऐसा है जिसको भगवान अपने पास बुलाना चाहते है। तो हम सब ऐसा करते है की एक-एक जायेंगे वो जो दूर पेड़ है उसे छुकर वापस आएंगे। अगर वो इंसान वहां तक पंहुचा तो भगवान उसे अपने आप अपने पास बुला लेंगे। सभी लोग एक एक करके जाने लगे और उस पेड़ को छुकर वापस आने लगे। सबको डर लग रहा था कहीं वो इंसान में तो नहीं हूँ। सभी लोग पेड़ को छुकर बस में वापस आ गए। आखिर में जो इंसान बचा। सभी लोग उसे घुर-घर कर देख रहे थे की आज इसकी वजह से हम फस गए है। वो व्यक्ति गया और जाकर उसने पेड़ को छुआ जैसे ही उसने पेड़ को छुआ जोर से बिजली गिरने की आवाज आई। लेंकिन बिजली उस इंसान पर नहीं पीछे बस पर गिरी। उस इंसान की वजह से सब लोग बचे हुए थे।
ये छोटी सी कहानी बताती है की हमारी ज़िंदगी में कई ऐसे लोग है जो हमसे प्यार करते है! मोहबत करते करते है। लोगो को जज मत कीजिए प्यार कीजिए।

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